2000 के दशक की शुरुआत में, विवेक ओबेरॉय ने कंपनी और साथिया जैसी फिल्मों के जरिए बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री की। रोमांटिक चॉकलेट बॉय से लेकर खतरनाक गैंगस्टर तक के किरदार निभाने की उनकी क्षमता ने उन्हें एक बेहतरीन अभिनेता साबित किया। लेकिन बॉलीवुड की दुनिया में, केवल टैलेंट और मेहनत ही सफलता की गारंटी नहीं होती।
शूटआउट एट लोखंडवाला जैसी सुपरहिट फिल्म देने के बाद भी विवेक को लंबे समय तक काम नहीं मिला। इस मुश्किल दौर ने उनके धैर्य और जज्बे को परखा। आज, 22 साल बाद, विवेक न केवल एक अभिनेता हैं, बल्कि एक सफल व्यवसायी भी हैं। अपने बिज़नेस वेंचर्स और फिल्मों के बीच संतुलन बनाते हुए, विवेक ने खुद को एक मावरिक एंटरप्रेन्योर के रूप में स्थापित किया है।
बॉलीवुड की चुनौतियाँ: लॉबी का खेल
एक खास इंटरव्यू में विवेक ने बॉलीवुड के काले सच और उनके खिलाफ की गई साजिशों पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा, “22 सालों में मैंने 67 प्रोजेक्ट किए हैं, लेकिन यह इंडस्ट्री बहुत असुरक्षित जगह है। आप अच्छा काम करें, अवॉर्ड्स जीतें, लेकिन फिर भी आपको काम न मिले, यह आम बात है।”
शूटआउट एट लोखंडवाला में दमदार परफॉर्मेंस और हिट गानों के बावजूद, विवेक को अगले 14-15 महीनों तक कोई काम नहीं मिला। यह दौर उनके लिए काफी मुश्किल था। “तभी मैंने फैसला किया कि मुझे अपनी आर्थिक स्वतंत्रता बनानी होगी, ताकि मैं बॉलीवुड की लॉबी के नियंत्रण से बाहर रह सकूं,” उन्होंने कहा।
प्लान बी: व्यवसाय की दुनिया में छलांग
विवेक ने हमेशा “प्लान बी” के रूप में व्यवसाय को तैयार रखा था। उनका मानना था कि सिनेमा उनका जुनून रहेगा, लेकिन उनकी आजीविका व्यवसाय से होगी। उन्होंने कहा, “बिजनेस ने मुझे वो आजादी दी जो मुझे लॉबी की साजिशों और दबाव से बचने के लिए चाहिए थी।”
विवेक की कंपनी सोलैट्रियो लैब-ग्रो डायमंड ज्वेलरी में विशेषज्ञता रखती है। उनकी बिजनेस यात्रा ने उन्हें एक सफल एंटरप्रेन्योर के रूप में स्थापित किया। “अगले साल मैं सोलैट्रियो को सार्वजनिक कर रहा हूँ और इसे वैश्विक स्तर पर ले जाने की योजना है,” उन्होंने गर्व से बताया।
जीवन के सबक: सितारों से आत्म-खोज तक
अपने सफर पर बात करते हुए विवेक ने माना कि अपने करियर के शुरुआती दिनों का तनाव और दबाव बेवजह था। उन्होंने कहा, “जीवन कर्म का हिसाब रखता है। आप अच्छा करेंगे, तो वो वापस आएगा। बुरा करेंगे, तो उसका परिणाम भी मिलेगा। जीवन हमारे चुनावों का नतीजा है।”
आज, जब पैसा, शोहरत और सफलता उनके लिए खास मायने नहीं रखते, विवेक खुद को “ह्यूमन डूइंग” से “ह्यूमन बीइंग” बनने की ओर ले जा रहे हैं।
विवेक ओबेरॉय का अगला कदम
पेशेवर मोर्चे पर, विवेक की तीन फिल्में पाइपलाइन में हैं। इनमें सबसे पहली है मस्ती 4, जो इस पॉपुलर फ्रेंचाइज़ी का अगला पार्ट है। उन्होंने कहा, “पहली मस्ती को 20 साल हो गए हैं। रितेश, आफताब और पूरी टीम के साथ शूटिंग करना मजेदार है। फिल्म 2025 में रिलीज़ होगी।”
उनकी बाकी दो फिल्मों की घोषणा अभी नहीं हुई है, लेकिन विवेक इन प्रोजेक्ट्स को लेकर उत्साहित हैं। वहीं, सोलैट्रियो को सार्वजनिक करने की उनकी योजना उनकी उद्यमशीलता के दृष्टिकोण को और मजबूत करती है।
चॉकलेट बॉय से प्रेरणादायक मावरिक तक
विवेक ओबेरॉय की यात्रा धैर्य और खुद को फिर से परिभाषित करने का प्रतीक है। चॉकलेट बॉय से लेकर बहुमुखी अभिनेता और आत्मनिर्भर एंटरप्रेन्योर बनने तक, उन्होंने अपनी राह खुद बनाई।
आज भी, फिल्मों और व्यवसाय के बीच संतुलन बनाते हुए, विवेक एक प्रेरणा बने हुए हैं। उनके शब्दों में, “जीवन चुनावों के बारे में है। आज अच्छा चुनें, और आपका कल बदल जाएगा।”
आने वाले अध्यायों के लिए शुभकामनाएँ, विवेक ओबेरॉय! अगर आप बॉलीवुड की ताज़ा खबरों, स्टार्स की लाइफस्टाइल, बॉक्स ऑफिस कलेक्शन और नई फिल्मों के बारे में भी जानने के इच्छुक हैं, तो हमारी वेबसाइट पर चेक करना न भूलें। आपको यहाँ मनोरंजन की दुनिया से जुड़ी हर दिलचस्प जानकारी मिलेगी!
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